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रिलायंस के लाइजनिंग वाइस
प्रेसिडेंट संजय कचरू बने स्मृति ईरानी के अघोषित
ओएसडी
क्या मुकेश अंबानी ने अपने इस
लाइजनर को रखवाया है या स्मृति ने अपनी पसंद से रखा है
बड़ा सवाल यह है कि कचरू 2 लाख
रू. से अधिक की वेतन वाली नौकरी छोड़ क्यों 60 हजार रू. की नौकरी पर स्मृति के
यहां आया है
क्या यह प्रधानमंत्री को मालूम
है
- कृष्णमोहन
सिंह
नईदिल्ली। मानव संसाधन विकास
मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी के विशेष कार्यकारी अधिकारी (ओएसडी) के तौर पर ( अघोषित
रूप से) रिलायंस के लाइजनिंग वाइस प्रेसिडेंट संजय कचरू काम कर रहे हैं। स्मृति के
यहां से सभी फाइल कचरू को भेजी जा
रही हैं , वहां से आगे बढ़ाई जा
रही हैं। जिसके चलते चर्चा होने लगी है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय में स्मृति
ईरानी के बाद सबसे पावरफुल उनके अतिअंतरंग संजय कचरू हैं। और सवाल किया जाने लगा
है कि सुंदर चेहरे मोहरे डीलडौल वाले अपने लाइजनर कश्मीरी संजय कचरू को मुकेश
अंबानी ने मानव संसाधन मंत्रालय में स्मृति ईरानी के यहां रखवाया है या स्मृति ने
अपने पहले के संबंधों के चलते कचरू को अपना अघोषित ओएसडी बना लिया है।इसके बारे
में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पता है या नहीं इसपर भी सवाल किया जाने लगा है।
क्योंकि यदि प्रधानमंत्री के यहां से संजय कचरू का नाम स्मृति ईरानी के ओएसडी पद
के लिए मंजूर हो गया होता तो कचरू अपने कमरे के बाहर अपने पद वाला नेम प्लेट लगवा लिया
होता। यह भी कहा जा रहा है कि स्मृति जुबिन ईरानी अक्सरहां मुकेश अंबानी के यहां
मुंबई आशिर्वाद लेने जाती रही हैं। सो हो सकता है कि मुकेश अंबानी ने अपने लाइजनर
कचरू को उनके यहां रखवाया हो । और मुकेश अंबानी ने रखवाया होगा तो नरेन्द्र मोदी
उसके नाम की मंजूरी देंगे ही । वैसे तो यदि स्मृति ने खुद ही कचरू को रखा है तो भी
मोदी मना नहीं करेंगे, ऐसा मंत्रालय व बाहर के लोगों का कहना
है।
लेकिन कचरू को चाहे मुकेश अंबानी रखवाये हैं या खुद स्मृति ईरानी ने अपनी पसंद
के कारण रखा है ,सबसे बड़ा सवाल यह है कि संजय कचरू मुकेश
अंबानी की कंपनी में रिलायंस इंडस्ट्रीज में वाइस प्रसिडेंट कारपोरेट(लाइजनिंग) के
पद पर जब 2 लाख रूपये से अधिक तनख्वाह पा रहे थे तो उसको छोड़कर 60 हजार रू. महिने
के वेतन पर स्मृति ईरानी का ओएसडी क्यों बने ? इसको लेकर तरह –तरह की चर्चा शुरू हो गई है। जहां
तक संजय कचरू के काम व अनुभव का सवाल है तो वह बहुत पहले मुकेश अंबानी वाली रिलायंस इन्फोकाम में लाइजनिंग विभाग में लगभग 4 लाख
रू. सालाना तनख्वाह पर थे। वहां से उद्योगपति रूईया के
यहां लाइजनिंग विभाग ( कारपोरेट) में चले गये थे । लगभग 7 माह पहले वापस मुकेश अंबानी
की कम्पनी रिलायंस इंडस्ट्रीज में लाइजनर वाइस प्रेसिडेंट के पद पर लगभग 25 लाख
रू. से अधिक की सेलरी पर आ गये। लेकिन जब स्मृति जुबिन ईरानी ने मंत्री पद का शपथ
ग्रहण किया और मानव संसाधन विकास मंत्री बनीं ,उसके बाद संजय
कचरू ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के वाइस प्रेसिडेंट ,कारपोरेट के
पद से इस्तीफा दे दिया।इस्तीफा मंजूर हुआ या नहीं ,या वहां
से तीन माह के नोटिस पीरियड में ही ईरानी का काम संभाल लिये,वहां
से महिने का 2 लाख रू. से अधिक वाला वेतन ले रहे हैं या मानव संसाधन विकास
मंत्रालय से ओएसडी पद जो निदेशक रैंक का है, लगभग 60 हजार रू. महिना वाला वेतन ले रहे हैं, इसके
बारे में कोई साफ जवाब नहीं दे रहा है।स्मृति के विश्वासपात्रों में से कुछ का
कहना है कि संजय कचरू मंत्री जी के बहुत घनिष्ट व
अंतरंग हैं। कई नेताओं का भी कहना है कि मंत्री ने उनसे जो भी काम हो संजय कचरू से
ही बात करने को कही हैं। वह ( कचरू) शास्त्री भवन के मानवसंसाधन विकास मंत्रालय
वाले विंग में तीसरे मंजिल पर मंत्री के कमरे के नजदीक कमरा नम्बर 314 में बैठते हैं। और मंत्रालय में मंत्री के बाद धमक व हनक
उनकी ही है।जिसके चलते लोग कहने लगे हैं कि मंत्रालय तो दो लोग चला रहे हैं ,संजय कचरू और एक्सटेंशन पर चल रहे संयुक्त सचिव उच्च शिक्षा आरपी
सिसोदिया।
स्वदेश ,इंदौर ,दिनांक 10-09-2014,पृष्ठ 5 |
*यह खबर "स्टार समाचार" सतना,भोपाल , "लोकमत" लखनऊ सहित कई राज्यों के कई समाचार पत्रों में भी छपी है।
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