पत्र प्रमाण है कि स्मृति मेहरोत्रा जुबिन ईरानी सच नहीं बोल रही हैं
क्रिसमस दिवस पर छुट्टी के दिन छात्रों को स्कूल पहुंचकर गुडगवर्नेंस डे मनाना,
लेख लिखना होगा
- कृष्णमोहन सिंह
नई दिल्ली। नरेन्द्र
दामोदर दास मोदी ने चाहे अपने अहं को संतुष्ट करने के लिए या तथाकथित बौद्धिक वर्ग
को नीचा दिखाने या अपनी ही पार्टी के नेताओं का मान मर्दन करने के लिए अपनी प्रिय स्मृति
मेहरोत्रा जुबिन ईरानी को इस देश का मानव संसाधन विकास मंत्री बना दिया और नकारा साबित होने के बावजूद उन्हें इस पद पर
बनाये हुए हैं, या किसी और कारण से यह तो वह जानें, लेकिन मैडम हर कुछ दिन बाद कुछ
नई-नई करामात करके पूरे देश में माखौल का कारण जरूर बन रही हैं। और जब एक्सपोज हो
रही हैं तो सीधे मुकर जा रही हैं। लेकिन उनके ही अधीन विभागों से जारी दस्तावेज
साबित कर दे रहे हैं कि स्मृति जुबिन ईरानी सच नहीं बोल रही हैं।
स्मृति कह रही हैं
कि उन्होंने नवोदय या सीबीएससी के देशभर के सरकारी व निजी सभी विद्यालयों में
25 दिसम्बर के दिन मदनमोहन मालवीय और अटलबिहारी वाजपेई के जन्मदिन पर स्कूल में
उपस्थित रहकर गुड गवर्नेंस डे मनाने व गुडगवर्नेंस पर लेख लिखने के लिए नहीं कहा है, वह तो कहीं से भी आन
लाइन लिखा जा सकता है। लेकिन नवोदय विद्यालय समिति के लेटर हेड पर दिनांक
10-12-2014 को जारी निम्न सरकुलर से साफ हो जाता है कि मैडम ईरानी सच नहीं बोल रही
हैं। उस दिन के लिए जारी सरकुलर में स्कूलों के लिए जो कार्यक्रम निर्धारित किये
गये हैं वे छात्रों ,अध्यापकों आदि के उपस्थित हुए बिना हो ही नहीं सकते।