Monday, August 2, 2010

स्त्री पुरूष के लिए एक ट्राफी की तरह है... जितनी अधिक स्त्रियां उतनी अधिक ट्राफियां- विभूति राय

लेखिकाओं में होड़ लगी है यह साबित करने के लिए कि उनसे बड़ी छिनाल कोई नहीं है-विभूति नारायण राय

-कृष्णमोहन सिंह
नईदिल्ली।लेखिकाओं में होड़ लगी है यह साबित करने के लिए कि उनसे बड़ी छिनाल कोई नहीं है । मुझे लगता है कि इधर प्रकाशित एक बहु प्रमोटेड और ओवर रेटेड लेखिका की आत्मकथात्मक पुस्तक का शीर्षक कितने बिस्तरों पर कितनी बार हो सकता था। इस तरह के उदाहरण बहुत - सी लेखिकाओं में मिल जायेंगे।... (हिन्दी पत्रिका - नया ज्ञानोदय,पेज -32 ,अंक- अगस्त 2010)

यह कहा है महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय ,वर्धा के कुलपति विभूति नाराय़ण राय ने । जो हिन्दी पत्रिका नया ज्ञानोदय के बेवफाई सुपर विशेषांक-2 के पेज 31,32,33 में यानी तीन पेज में छपे इनके ( विभूति नारायण राय)साक्षात्कार के पेज 32 पर है।यह साक्षात्कार किसी राकेश मिश्र ने लिया है।

भार्गव बुक डिपो,चौक वाराणसी से प्रकाशित –“आदर्श हिन्दी शब्द कोश ” के 1992 संस्करण के पेज 188 पर छिनार ,छिनाल का अर्थ क्या दिया है देखें-

छिनार ,छिनाल (हि.स्त्री.) –व्यभिचारिणी , कुलटा

ALLIED PUBLISHERS LIMITED, NEW DELHI से 1996 में प्रकाशित “HINDI ENGLISH DICTIONARY” के पेज 258 पर छिनाल का अंग्रेजी अर्थ दिया है-
छिनाल CHINAL (F.) - PROSTITUTE

“ स्त्री पुरूष के लिए एक ट्राफी की तरह है... जितनी अधिक स्त्रियां उतनी अधिक ट्राफियां...” हिन्दी पत्रिका - नया ज्ञानोदय,पेज -33 ,अंक- अगस्त 2010


महिला लेखिकाओं द्वारा बड़े पैमाने पर अपनी यौन स्वतंत्रता को स्वीकारना इसी डिस्कोर्स का भाग बनने की इच्छा है। आप ध्यान से देखें सभी लेखिकाएं उस उच्च मध्यमवर्ग या उच्च वर्ग से आती हैं जहां उनकी पुरूषों पर आर्थिक निर्भरता अपेक्षाकृत कम है।... हिन्दी पत्रिका - नया ज्ञानोदय,पेज -33 ,अंक- अगस्त 2010

... साधारण व्यक्ति पकड़े जाने पर जहां हकलाते गले और फक पड़े चेहरे से अपनी कमजोर सफाई पेश करने की कोशिश करता है वहीं कलाकार बड़ी दुष्टता के साथ छल सकने के समर्थ तर्क गढ़ लेता है।...

हिन्दी पत्रिका - नया ज्ञानोदय,पेज -33 ,अंक- अगस्त 2010

इस पत्रिका – नया ज्ञानोदय के सम्पादक हैं रवीन्द्र कालिया । जिनकी पत्नी हैं लेखिका ममता कालिया। जिनको कुलपति विभूति नारायण राय ने म.गां.अं.हि.वि.वि.,वर्धा की पत्रिका हिन्दी का मोटे मानदेय पर प्रभारी बना दिया है। विभूति नारायण राय भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार चयन समिति का सदस्य हैं।कौन बनवाया है यह ममता और उनके पति बतायेंगे।

इस पत्रिका नया ज्ञानोदय के प्रबंध सम्पादक व प्रबंध न्यासी भारतीय ज्ञानपीठ हैं- साहू अखिलेश जैन

पुलिस अफसर से कुलपति बने विभूति नारायण राय की पत्नी हैं पद्मा राय । जो लेखिका हैं।
विभूति नारायण राय के भाई हैं आईपीएस विकास नारायण राय, जो विभूति की तरह के ही तथाकथित साहित्यकार हैं। जो हरियाणा पुलिस अकादमी में थे ( जो एडीजी होकर केन्द्रीय फोर्स में चला गया )। वहां इनपर ट्रेनी महिलाओं ने क्या तथाकथित आरोप लगाया इसका प्रमाण हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला दे सकते हैं,जिन्होने अपने विधायकों सहित जाकर राज्यपाल को ट्रेनीमहिला के पत्र सहित मेमोरेंडम दिया और मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकरदोषी पुलिस अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
ये विकास नारायण राय हरियाणा के पानीपत से साहित्य उपक्रम नाम से एक प्रकाशन संस्था चलाते हैं, जिसका काम इनकी पत्नी या वे खुद या कोई और देखता है ये तो विकास नारायण राय ही बतायेंगे।



.. साधारण व्यक्ति पकड़े जाने पर जहां हकलाते गले और फक पड़े चेहरे से अपनी कमजोर सफाई पेश करने की कोशिश करता है वहीं कलाकार बड़ी दुष्टता के साथ छल सकने के समर्थ तर्क गढ़ लेता है।.. विभूति का कहा यह वाक्य क्या उनपर ही सटीक बैठ रहा है ?