-सत्ताचक्र-SATTACHAKRA-
जर्मनी के रक्षामंत्री कार्ल थियोडोर जू गुटनबर्ग को अपने पीएचडी थिसिस में नकल करने का खुलासा होने पर 2011 में इस्तीफा (रक्षामंत्री पद से) देना पड़ा था।
गुटनबर्ग ने बायरूथ वि.वि.से "अमेरिका व यूरोपीय देशों के संविधान का विकास"विषय पर 2007 में पीएचडी की थी। बाद में कुछ लोगो ने पाया कि गुटनबर्ग की पीएचडी थिसिस में 6 लेखकों के शोध पत्रों के पेज के पेज मैटर हूबहू उतार दिये गये हैं यानी कट-पेस्ट किये गये हैं। गुटनबर्ग ने कहा-मैं अब अपने पीएचडी उपाधि का उपयोग नहीं करूंगा। लेकिन इस पर भी बात बनी नहीं। उनका यह नकलचेपी कारनामा उजागर होने के बाद बायरूथ विश्वविद्यालय ने उनकी पीएचडी की डिग्री रद्द कर दी। जर्मनी के लगभग 51 हजार शोध छात्रों ने देश के सर्वोच्च नेता को खुला पत्र लिख गुटनबर्ग को रक्षामंत्री पद से हटाने की मांग की। मामला इतना तुल पकड़ा कि गुटनबर्ग को रक्षामंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
जर्मनी में तो यह हुआ ।भारत में तो चोरगुरूवे प्रमोशन पा रहे हैं ,भ्रष्टारोपी कुलपतियों के संरक्षण में दिन रात फल फुल रहे हैं। यहां हालत यह है कि पुलिसवाला जोड़-जुगाड़ से कुलपति बन रहा है तो सजातीय चोर (नकलचेपी) को लाकर प्रोफेसर -हेड बना रहा है।