Saturday, March 13, 2010

सोमरसी पुलिसिया कुलपति की एक और सुरूरी चाल

-सत्ताचक्र गपशप-
महात्मागांधी के नाम पर बने एक हिन्दी विश्वविद्यालय के सोमरसी पुलिसिया कुलपति ने एक शैक्षणिक कदाचारी व मैटर चोर को गोद में बैठा बचाने के लिए अपना सारा पौवा लगा दिया है। उसने एक्जक्यूटिव मेम्बरो में से कुछ को भ्रम में रख और कुछ सजातीय व अन्य को पटाकर एक दमदार व काबिल प्रोफेसर की नियुक्ति को एक्जक्यूटिव में ओ.के. नहीं कराया और उस बहाने कि एक्जक्यूटिव ने ओ.के. नहीं किया, नौकरी से निकाल दिया। और अब एक और चाल के तहत जल्दीबाजी में उस प्रोफेसर पद को भरने के लिए विज्ञापन निकलवा दिया है। जिसके लिए कुछ चोर गुरूओं ने भी झटपट अप्लाई कर दिया है। क्योंकि शैक्षणिक कदाचारी मैटर चोरो के बीच सोमरसी पुलिसिया कुलपति बहुत ही प्रसिद्ध हो गया है। सब चोरवे कहने लगे हैं कि यह सोमरसिया पुलिसवाला ही शैक्षणिक कदाचारियों व चोरवों को बचा पायेगा । सो इसी के यहां इसी के तरह से जुगाड़ लगाकर नौकरी पाना ठीक रहेगा। लेकिन इस अंगूरीबाज पुलिसिया कुलपति के इस थानेदारी हरकत और उसके हर करमों पर मुहर लगाने वाले एक्जक्यूटिव कमेटी के ज्यादेतर जुगाड़ी, जातिवादी, पदलोभी सदस्यों की करतूतो से धीरे-धीरे सब लोग वाकिफ होने लगे हैं।एक हप्ते में इनसबों के असली आका भी जान जायेंगे।