प्रो.सुरेन्द्र सिंह कुशवाहा ( Pro. S.S. KUSHVAHA) महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी के कुछ समय कुलपति थे। कार्यकाल पुरा नहीं कर पाये। हटा दिये गये। लेकिन जितने दिन रहे उतने दिन में ही जो करम किये, उसकी जांच के लिए, खुद भी देश के खुफिया विभाग के आला अफसर रह चुके तबके राज्यपाल टी.वी. राजेश्वर को विजिलेंस जांच का आदेश देना पड़ा। उ.प्र. सतर्कता विभाग इसकी जांच कर रहा है। जांच अभी जारी है। कुलपति रहते प्रो.एस.एस.कुशवाहा पर जो भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, उसमें से एक सबूत महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी के कुलसचिव (रजिस्ट्रार) का निम्न पत्र (पत्रांक / Ref. कु.स. / 95 /2008) है-
जिसमें तबके कुलसचिव रमाशंकर राम ने खुद लिखा है-
..........................सम्पूर्ण चयन की कार्यवाही दोषपूर्ण एवं अनियमित है।.........
कुलसचिव द्वारा सतर्कता विभाग के पुलिस अधीक्षक को दिनांक 02-07-08 को लिखा उक्त पत्र पर क्लिक करके पूरा मैटर पढ़ा जा सकता है।
पत्र की शुरूआत इस प्रकार हुई है-
महोदय,
कृपया अपने पत्र संख्या-स.अ./ अनु-2-खुली-............................का संदर्भ लेने का कष्ट करें जो प्रो.एस.एस.कुशवाहा, पूर्व कुलपति, म.गां.काशी विद्यापीठ,वाराणसी के विरूद्ध खुली जांच से संबंधित है। अवगत कराना है कि आपके पत्र के मुख्य बिन्दु-1 एवं 4 के संबंध में अंतरिम तौर पर सूचना विश्वविद्यालय के पत्र संख्या-कु.स./ 9709 / 2008 दिनांक 05 मई,2008 ( छायाप्रति संलग्न सं-1) द्वारा प्रेषित की जा चुकी है।मुख्य बिन्दु -2 व 3 की सूचना निम्नवत है-
…………
........................................................................................................................................
संबंधित खबर-