शौरी के बजाय तरूण विजय को बनाने की जीद
-कृष्णमोहन सिंह
नईदिल्ली। लालकृष्ण आडवाणी और उनकी मंडली ने भाजपा के नये अध्यक्ष नितिन गडकरी की नई टीम में अपने आधारविहिन यसमैनो का बहुमत कराने और संजय जोशी को पदाधिकारी नहीं होने देने की जीद पुरी कराने के बाद अब अरूण शौरी को फिर से राज्य सभा सांसद नहीं होने देने के लिए अड़ी हुई है। सूत्रो के मुताबिक आडवाणी और उनकी मंडली की कोशिश अपने आधारविहिन कीर्तनी तरूण विजय को राज्य सभा सांसद बनाने की है। जिसके लिए आडवाणी ने पूरा जोर लगा दिया है। सूत्रो का कहना है कि तरूण विजय पर संघ का मुखपत्र पांचजन्य का संपादक रहने के दौरान कई तरह का घोटाले करने का आरोप सप्रमाण लगा था। पांचजन्य को प्रकाशित करने वाली संस्था व संघ से जुड़े एक पदाधिकारी ने इस घोटाले के बारे में बाकायदा एक पत्र लिखा था। जिसके चलते तबके संघ प्रमुख सुदर्शन ने कड़ा रूख अपनाया और तथकथित घोटालेबाज तरूण विजय को पांचजन्य के सम्पादक पद से हटवा दिया। लेकिन आडवाणी ने अपने इस चहेते कीर्तनी को तुरंत श्यामा प्रसाद मुखर्जी ट्रस्ट का मोटे पगार पर निदेशक बनवा कर सुदर्शन को ठेंगा दिखा दिया। और अब उसी घोटाले के आरोपी को नितिन गडकरी की भाजपा का प्रवक्ता बनवाकर वर्तमान संघ प्रमुख मोहन भागवत को भी ठेंगा दिखाया। और उससे भी आगे अब उसको राज्य सभा सांसद बनवाने के लिए पूरा जोर लगा दिया है। इसके लिए अपने एक चहेते भाजपा शासित राज्य के मुख्यमंत्री को कहा है कि प्यारे तरूण को आप अपने राज्य से राज्य सभा में भेजिए।सूत्रो का कहना है कि आडवाणी किसी भी हालत में संजय जोशी और अरूण शौरी को पनपने नहीं देना चाहते हैं। दोनो ने ही आडवाणी के जिन्ना प्रलाप का कड़ा विरोध किया था । सो अब आडवाणी अपनी पूरी मंडली के साथ अड़कर दोनो को राजनीतिकपटल से हमेशा के लिए खत्म करने की शातिर चाल चल रहे हैं।