Saturday, June 5, 2010

पत्रकार हरिशंकर राज्यसभा उम्मीदवारी की चाहत में शिबू को साथ लेकर राजनाथ के घर गये थे

-सत्ताचक्र(SATTACHAKRA)गपशप-

नईदिल्ली। कांग्रेस की मालकिन और उनके चहेते मैनेजरो की मनमानी से परेशान होकर झारखंड विकास मोर्चा प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस से गठबंधन तोड़ने और अगला विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की तैयारी शुरू कर दी। सूत्रो के मुताबिक इसकी जड़ राज्य सभा की उम्मीदवारी है। दिल्ली में कांग्रेसी मैनेजरो की बाबूलाल से बात हुई। दोनो तरफ से अपने –अपने उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई। बाबूलाल ने कहा कि रांची जाकर अपने विधायकों से बात करके बताते हैं।उधर बाबूलाल मरांडी हवाई जहाज पर रांची के लिए बैठे ,इधर कांग्रेस ने देशी दारू के धंधे वाले खानदान के एक खरबपति धीरज साहू को झारखंड से राज्यसभा उम्मीदवार घोषित कर दिया। यह खबर मिलते ही आहत बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस से गठबंधन तोड़ने तक के बारे में विचार शुरू कर दिया।जिसके लिए उन्होंने 5 मई को अपरान्ह अपने विधायकों के साथ बैठक की। आहत बाबूलाल ने कांग्रेस से गठबंधन तोड़ने की मुद्रा में कहा- हम शादी करके पत्नी की तरह रह सकते हैं,रखैल की तरह नहीं। गटबंधन टूट सकता है की सूचना मिलते ही कांग्रेसी मैनेजर अहमद पटेल ने रांची बाबूलाल मरांडी को फोन किया , कहा- मरांडी जी आप अपना उम्मीदवार खड़ा कीजिए , कांग्रेस सपोर्ट करेगी। इस पर बाबूलाल ने कहा – अहमद पटेल जी, आपलोग पहले गठबंधनधर्म नहीं निभाये, अपनीमनमानी किये , और अब गठबंधन टूटने की नौबत आने पर कह रहे हैं कि अपना उम्मीदवार खड़ा कीजिए । उधर झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष किसी उद्योगपति गोयनका को कांग्रेस की तरफ से राज्य सभा का दूसरा प्रत्याशी बनाने के लिए साथ लेकर घूम रहे हैं। उन्होने गोयनका को समर्थन करने के लिए झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी से बात किया तो बाबूलाल ने उनको खूब हड़काया।कहा जाता है कि गोयनका को समर्थन के लिए भाजपा के एक पूर्व अध्यक्ष ने झामुमो नेता शिबू सोरेन को भी फोन किया था।
इधर राज्यसभा उम्मीदवार बनने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिये पत्रकार हरिशंकर व्यास ने आग्रह करके शिबू सोरेन को 4 मई को रांची से दिल्ली बुलाया। शिबू सोरेन अपने विधायकों को बताये बिना दिल्ली आ गये। हरिशंकर व्यास उनको साथ लेकर रात लगभग 10 बजे पूर्व भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के आवास पर गये। वहां राजनाथ सिंह ने शिबू सोरेन से कहा कि झामुमो यदि हरिशंकर व्यास को राज्यसभा का उम्मीदवार बना दे तो भाजपा सपोर्ट कर सकती है। सूत्रो का कहना है कि हरिशंकर व्यास ने कांग्रेसी मैनेजर अहमद पटेल से भी समर्थन के लिए बात की, लेकिन अहमद ने कोई आश्वासन नहीं दिया।कहा जाता है कि हरिशंकर व्यास ने शिबू से कहा है कि उनको झामूमो राज्य सभा का उम्मीदवार बना दे, बदले में वह कांग्रेस या भाजपा जिसके साथ कहे सरकार बनवा देंगे। इस सबके बारे में जब झामुमो विधायकों को पता चला तो उनने 4मई को रांची से फोन करके शिबू सोरेन की खूब ऐसी की तैसी की।और इसकी काट के लिए 5मई को के.डी. सिंह को झामुमो का राज्यसभा का प्रत्याशी , आजसु व 3 निर्दलियों के समर्थन से घोषित कर दिया।उनके दबाव में शिबू की एक नहीं चली। इधर भाजपा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने किसी उद्योगपति अग्रवाल को राज्यसभा उम्मीदवार बनाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। कहा जाता है कि अग्रवालजी खूब पुष्पम-पत्रम चढ़ा रहे हैं। अग्रवाल की लाबिंग के लिए आजसू के विधायकों को प्रसन्न करके 3-4 मई को दिल्ली लाया गया था, भाजपा अध्यक्ष गडकरी से मिलवाया गया।कहा जाता है कि अग्रवाल ने झारखंड भाजपा अध्यक्ष रघुबर दास को 3 डोलची भूल चढ़ा कर संतुष्ट कर दिया है । सो रघुबर दास भी अग्रवाल –अग्रवाल जप रहे हैं। इधर झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष किसी उद्योगपति गोयनका को कांग्रेस की तरफ से राज्य सभा का दूसरा प्रत्याशी बनाने के लिए साथ लेकर घूम रहे हैं। उन्होने गोयनका को समर्थन करने के लिए झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी से बात किया तो बाबूलाल ने उनको खूब हड़काया।कहा जाता है कि गोयनका को समर्थन के लिए भाजपा के एक पूर्व अध्यक्ष ने झामुमो नेता शिबू सोरेन को भी फोन किया था।