Tuesday, August 27, 2013

Hindi me M.A. kiya chorgoru anil kumar rai ne nakal karake PHOTOGRAPHY ki kitab likhi


sattachakra.blogspot.in
27-08-2013,04.20p.m.
-कृष्णमोहन सिंह
नईदिल्ली।अनिल कुमार राय ने हिन्दी में ए.ए. किया है। लेकिन प्रस्तावना से लेकर अंत तक नकल करके  अंग्रेजी में एक पुस्तक " Photography : Principles and Practices" लिख दिया है। मगांअंहिंवि वर्धा में प्रोफेसर पद के लिए जो बायोडाटा दिया था उसके पेज 2 पर बुक्स आथर्ड वाले शीर्षक के नीचे 11 वें नम्बर पर इस पुस्तक का नाम लिखा है।यानी इस पुस्तक के आधार पर अनिल कुमार राय को नौकरी मिली है। इस पुस्तक का पब्लिशर व डिस्ट्रीब्यूटर है  - SHREE PUBLISHERS &; DISTRIBUTORS,20 ,Ansari Road,Darayaganj,New Delhi - 110002. इस पुस्तक की  कीमत 2500 रूपये है। इसमें 22 अध्याय हैं और  इसका प्रस्तावना से लगायत 22 अध्याय , विदेशी पुस्तकों से हूबहू उतारकर बनाया गया है। श्री पब्लिशर अंग्रेजी में नकल की पुस्तकें छापने के लिए कुख्यात है।  हिन्दी में नकल की पुस्तकें छापने के लिए  यूनिवर्सिटी पब्लिशिंग बनाया हुआ है।सप्लाई इंडिका सप्लायर कम्पनी के मार्फत करता है। इस तरह इसका पूरा रैकेट है। इस तरह की पुस्तकें लिखने,छापने,उन्हें चोरगुरूओं व उनके संरक्षक कुलपतियों के मार्फत के सप्लाई करने का बहुत बड़ा, सालाना  लगभग  500 करोड़ रूपये का कारोबार है।अनिल कुमार राय ने यह पुस्तक एक अन्य चोर गुरू दीपक केम के साथ मिलकर लिखी है। जो जामिया मिलिया इस्लामिया,दिल्ली में रीडर था।और जिसको एक टीवी चैनल  पर "चोरगुरू" सीरियल चलाने वाले पत्रकार द्वय  द्वारा सीडी व दस्तावेज देकर इसके चोरी के कारनामे  की जांच कराने की मांग पर तबके कुलपति नजीब जंग(आईए.एस.) ने जांच कराया और बर्खास्त कर दिया।जिसके बाद केम दिल्ली हाई कोर्ट गये थे। लेकिन हाई कोर्ट  ने इस बर्खास्तगी को जायज ठहराकर दीपक केम जैसों चोरगुरूओं को और भी कड़ी सजा दीये जाने की जरूरत बताई। जामिया के कुलपति ने चोरगुरू दीपक केम को बर्खास्त करवा दिया और हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति विभूति नारायण राय (v.n.rai ips ) चोर गुरू अनिल कुमार राय को  प्रोफेसर नियुक्त कराकर 4 साल से बढ़ा ,बचा रहे हैं।इस पुस्तक को किस तरह कापी राइट वाली विदेश की प्रसिद्ध पुस्तकों से सामग्री हूबहू उतारकर बनाया गया है ,इसका एक प्रमाण यहां दिया जा रहा है।अनिल कुमार राय ने फोटोग्राफी वाली अपनी पुस्तक के अध्याय 2 ,पेज38,39 का पूरा मैटर ,इस्टमैन कोडक कम्पनी  के टी.एच.जेम्स व जार्ज सी.हिग्गिंस की पुस्तक ,फंडामेंटल आफ फोटोग्राफिक थीयरी  के अध्याय 1,पेज 9,10,11 से उतारकर बनाया है। यह कापीराइट वाली पुस्तक है। प्रमाण देखिये-

anil kumar rai ne yis biodata ke adhar par wardha me prof pad paya hai, page -1

anil kumar rai ke biodata ka page 2, jisame books authored ke niche 11th sthan par nakal karake likhi pustak "Photography : Principles and Practices" ka nam likha hai. yani yiske aadhar par prof. ki naukari paya hai.


chorguru anil kumar rai
chorguru deepak kem
corruptguru anil k. rai ke sanrakshak kulapati  v.n.rai ips


anil kumar rai , deepak kem  ne nakal karake photography pustak likhi hai ,usaka cover page
anil k. rai ki  photography ...pustak ka page 38,39 jo इस्टमैन कोडक कम्पनी  के टी.एच.जेम्स व जार्ज सी.हिग्गिंस की पुस्तक ,फंडामेंटल आफ फोटोग्राफिक थीयरी  के अध्याय 1,पेज 9,10,11 से उतारकर बनाया गया है
कोडक कम्पनी  के टी.एच.जेम्स व जार्ज सी.हिग्गिंस की पुस्तक ,फंडामेंटल आफ फोटोग्राफिक थीयरी  का एक पेज
कोडक कम्पनी  के टी.एच.जेम्स व जार्ज सी.हिग्गिंस की पुस्तक ,फंडामेंटल आफ फोटोग्राफिक थीयरी  का वह पेज जिस पर All Rights Reserved लिखा है 
कोडक कम्पनी  के टी.एच.जेम्स व जार्ज सी.हिग्गिंस की पुस्तक ,फंडामेंटल आफ फोटोग्राफिक थीयरी  का  अध्याय 1पेज 9 जिसकी पहली पंक्ति के शुरूआती शब्द The steps से हूबहू उतारकर, अनिल कुमार राय ने अपनी पुस्तक फोटोग्राफी  के अध्याय 2 की पहली पंक्ति का पहला शब्द व आगे नकलचेपी करता चला गया है और पेज38 बनाया है
कोडक कम्पनी  के टी.एच.जेम्स व जार्ज सी.हिग्गिंस की पुस्तक ,फंडामेंटल आफ फोटोग्राफिक थीयरी  का पेज 10 जिसको उतारकर अनिल कुमार राय ने फोटोग्राफी  पुस्तक का पेज 38 का अंतिम 2 पैरा और पेज 39 का 2 पैरा बनाया है।
कोडक कम्पनी  के टी.एच.जेम्स व जार्ज सी.हिग्गिंस की पुस्तक ,फंडामेंटल आफ फोटोग्राफिक थीयरी  का पेज 11 है, जिसको उतारकर अनिल कुमार राय ने फोटोग्राफी  पुस्तक का पेज  39 का नीचला आधा पेज बनाया है।
यह खबर  28-08-13  को  लखनऊ से प्रकाशित "लोकमत",झारखंड से प्रकाशित "राष्ट्रीय नवीन मेंल " व अन्य अखबार में छपी है।

सांसद राजेन्द्र सिंह राणा ने मगांअंहिंवि वर्धा के ...

chorguru anil rai ankit ke nakal ka praman dekar j...

 anil kumar rai ne research paper- "impact of mass ...

सांसद राजेन्द्र सिंह राणा ने मगांअंहिंवि वर्धा के कुलपति को अनिल कुमार राय के नकल करके पुस्तकें आदि लिखने की जांच की मांग कीथी,प्रमाण है 07-12-12 का पत्र

sattachakra.blogspot.in
27-08-2013,03.39p.m.
-कृष्णमोहन सिंह
नईदिल्ली। कई सांसदों व जागरूक लोगों ने चोरगुरू अनिल कुमार राय के शैक्षणिक कदाचार ,इनके द्वारा नकल करके   अंग्रेजी ,हिन्दी में बहुत सी पुस्तकें लिखने की जांच कराकर ,बर्खास्त करने,और उनको व उनके जैसे अन्य ,शैक्षणिक कदाचारी चोरगुरूओं, करप्ट गुरूओं  को दिये गये वेतन की बसूली करने के संबंध में संबंधीत विभागों,उनके आला अध्कारियों को 2009 से अब तक लगातार पत्र लिखा,सबूत भी दिया।लेकिन इनके संरक्षक कुलपति ने कुछ किया नहीं।  सांसद राजेन्द्र सिंह राणा भी अनिल राय अंकित के शैक्षणिक कदाचार की जांच कराने के लिए 2009 से  लगातार पत्र लिख रहे हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय , वर्धा के कुलपति को  07 दिसम्बर 2012 को लिखा 1 पेज का पत्र व उसके साथ जो 43 पेज प्रमाण,दस्तावेज लगे हैं  ,उनके विवरणा वाला 1 पेज , यहां दिया जा रहा है। राणा जी ने इस पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं होने पर
रिमांइडर भी दिया था।

 chorguru anil rai ankit ke nakal ka praman dekar j...

 anil kumar rai ne research paper- "impact of mass ...

anil kumar rai chorguru ke nakal ka praman dekar janch ki mang 26-08-09 ko ki gayi thi

sattachakra.blogspot.in
27-08-2013,03.02p.m.
महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय,वर्धा के प्रो.अनिल कुमार राय अंकित  द्वारा नकल करके पुस्तकें लिखने  की
जांच कराने की मांग राष्ट्रपति,मानव संसाधन विकास मंत्री,विश्वविद्यालय अनुदान आयोग,कुलपति -मगांअंहिवि,वर्धा से 2009 से की जाती रही है। राष्ट्रपति को कैलाश गोदुका द्वारा 16 अगस्त 2009 को लिखा 2 पेज का यह पत्र और इसके साथ लगाया गया 23 पेज दस्तावेज , यानी कुल 25 पेज इसके तमाम सबूतों में से एक  है।

anil kumar rai ne research paper- "impact of mass ...

anil kumar rai ne research paper- "impact of mass media on extra marital affairs" nakal karake likha hai



Sattachakra.blogspot.in
27-08-2013,2.10p.m.
चोरगुरू अनिल कुमार राय ने शोधपत्र इम्पैक्ट आफ मास मीडिया आन एक्स्ट्रा मैरिटल एफेयर्स को भी नकल करके लिखा है
-कृष्णमोहन सिंह
नईदिल्ली।महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा(महाराष्ट्र))  के अंतरराष्ट्रीय चोरगुरू अनिल कुमार राय ने नौकरी के लिए वर्धा में  बायोडाटा ,प्रोफेसर पद के आवेदन के साथ जमा किया था और जिसके आधार पर उसको नौकरी मिली ,उसके  पृष्ठ 2 पर रिसर्च पेपर्स वाले पैरा में  दिये दूसरे शोध पत्र का शीर्षक है- इम्पैक्ट आफ मास मीडिया आन एक्स्ट्रा मैरिटल एफेयर्स।अनिल कुमार राय ने अपने इस शोध पत्र को भी नकल करके लिखा या लिखवाया है।अनिल कुमार राय ने अपने बायोडाटा में इसकी जो फोटोकापी लगाया है उसमें इसके शीर्षक के नीचे लिखा है- BY- Sudhir K.Rinten (इनका असली नाम सुधीर कुमार राय है, और यह चोरगुरू अनिल कुमार राय के अति अंतरंग चेला हैं ) । चोरी करके लिखा गया यह तथाकथित शोध पत्र  एक ओपेन कन्टेंट नेटवर्क की साइट ,एसोसियेटेड कन्टेंट में छपा है।जिसपर कोई भी व्यक्ति किसी भी विषय पर किसी भी फारमेट में कन्टेंट सबमिट कर सकता है।इस तरह शोधपत्र छापने के लिए और उसको प्रमाण के तौर पर देकर नौकरी पाने के लिए इसका महत्व नहीं है। लेकिन शैक्षणिक कदाचारी अनिलकुमार राय ने खुद इसमें सबमिट किये या अपने ही जैसे शैक्षणिक कदाचारी चेले से कराये, चोरी के इस तथाकथित शोधपत्र के इसमें छपने की फोटोकापी अपने बायोडाटा में लगाया है। जो बायोडाटा में पेज 216 से 225 तक कुल 10 पेज है।इसमें पेज 217,218,219 की सामग्री , केवल जे.कुमार की पुस्तक से हूबहू उतारी गई है।
इस शोधपत्र की शुरूआती अढाई पेज सामग्री, केवल जे. कुमार की पुस्तक मास कम्युनिकेशन इन इंडिया  के सेक्शन – II ,शीर्षक द मास मीडिया : हिस्ट्री,प्रैक्टिसेज एंड वैल्यूज पेज 41,42,43,44 से बीच – बीच में कुछ पंक्ति छोड़कर बाकी हूबहू उतारकर बनाया है।इसकी शुरूआत किया है – इन इसेंस, द मास मीडिया.... से , जो केवल जे. कुमार की पुस्तक के पेज 41 की पहली पंक्ति है।यहां से लगायत लगातार दो पैरा की 18 पंक्ति , इंटरैक्टिव टेक्नालाजी , तक हूबहू उतार लिया है। चोर गुरू अनिल कुमार राय ने यह करके अपने शोध पत्र का पूरा एक पेज बना लिया है। केवल जे. कुमार की पुस्तक के पेज 42  का पैरा 1 के, ऐज जनरली, से लगायत 6 पंक्ति , एरिया आफ ए कंट्री , तक और पैरा 3 के , येट अनादर , से पेज 43 की पहली तीन पंक्ति , इवर- न्यू वेज , तक की सामग्री हूबहू उतारकर अपने शोध पत्र का पूरा दूसरा पेज बनाया है। केवल जे. कुमार की पुस्तक के पेज 43 के पैरा 2 के , माडर्न मास मीडिया , से तीन लाइन , कंट्री टूडेज , तक और पेज 44 का पहला पैरा, इन रूरल से, दूसरे पैरा के अंत तक , चौथे पैरा की शुरूआत , सिम्बालिक फंक्शन , से ,लिमिनल एक्सपीरियंस , तक की सामग्री हूबहू उतारकर , अपने शोध पत्र का तीसरा पेज बनाया है। चोरगुरू अनिल कुमार राय ने वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय , जौनपुर में लेक्चरर रहने के दौरान इस तरह के ज्यादेतर शैक्षणिक कदाचार,नकल करके पुस्तकें ,शोधपत्र लिखने ,मेजर रिसर्च प्रोजेक्ट में घोटाला करने आदि भ्रष्टाचार,धोखाधड़ी,फरेब,चारसौबीसी,चोरी का काम किया है। जिसकी शुरूआत वहां कुलपति रहे चोरगुरूओं के पितामह पातंजलि के सहयोग व संरक्षण में किया ।उसके बाद तो अन्य भ्रष्टाचारी कुलपतियों के सहयोग व संरक्षण में रायपुर व वर्धा में उसका भरपूर लाभ लेकर मालामाल हुआ है।और अपने ही जैसे शैक्षणिक कदाचारियों का लाभालाभी  रैकेट बना लिया है।  इसतरह अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय चोरगुरू ने यह सब धतकर्म,शैक्षणिक कदाचार ,फ्राड,धोखाधड़ी करने के बाद भी, पुलिस से कुलपति बने छिनाली फेम वाले विभूति नारायण राय (v.n.rai ips) के संरक्षण , सहयोग के चलते  प्रोफेसर ,डीन बना हुआ है। सूत्रों का कहना है कि भयंकर घोटालों के आरोपी ( कैग रिपोर्ट के मुताबिक ) विभूति नारायण राय अपने और अपने इस चहेते चोरगुरू को क्लीनचिट दिलाने के लिए जी-जान से जुटे हुए हैं। तरह-तरह के उपक्रम कर रहे हैं।  
       
 
   ANIL KUMAR RAI KA MGAHV WARDHA ME Prof. PAD KE LIYE DIYE BIODATA KA PAGE -2 , JISAME RESEARCH PAPERS ME DUSARE NO. PAR LIKHE RESEARCH PAPER KO , KEVAL J. KUMAR KI PUSTAK SE NAKAL KARAKE LIKHA HAI   
 











Antarrashtriya Hindi Vishwayidyalay ke Antarrashtriya Chorguru Anil Kumar Rai ne shodh patr bhi nakal karake likha hai






chorguru anil kumar rai ka biodata jisako mgahv wardha me professor pad par niyukti ke liye diya tha 

chorguru anil kumar rai ke biodata ka page 2, jisame diye pahala ,dusara shodh patra(research papers) hi nakal karake likha gaya hai
varanasi se prakashit " journal of communication studies " vol.xxv-3,2007 ,jisame chorguru anil kumar rai ne nakal karake likha apana research paper ,"performance evaluation of leading television news channels" ,chhapavaya hai


chorguru anil kumar rai ne  , keval j. kumar ki book “mass communication in india” ke page 222,223 se matter hubahu utarkar  jo  research paper banaya hai , usaka praman hai yah varanasi se prakashit " journal of communication studies " vol.xxv-3,2007 , ka page 46

Refrence me keval j. kumar ki aur unaki book ka nam nahi hai







sattachakra.blogspot.in
27-08-2013,08.16a.m.
Antarrashtriya Hindi Vishwavidyalay ke Antarrashtriya  Chorguru  Anil Kumar Rai ne shodh patr bhi nakal karake likha hai


अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय चोरगुरू ने बहुत से शोधपत्र भी नकल कर लिखा है
-कृष्णमोहन सिंह
नईदिल्ली।महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा के अंतरराष्ट्रीय चोर गुरू अनिल कुमार राय (प्रो.(डा.)अनिल के. राय अंकित) ने  देश विदेश के विद्वानों आदि की पुस्तकों से सामग्री हूबहू उतारकर,कट-पेस्ट करके (यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष प्रो. यशपाल इसे नकल करना नहीं, डकैती करना कहते हैं)  अंग्रेजी व हिन्दी में लगभग एक दर्जन पुस्तकें  अपने नाम छपवाकर लेखक बना ही है, कट-पेस्ट , नकलचेपी करके शोध पत्र भी लिखा है। और उन्हे  इस तरह की सामग्री छापने वाली अंग्रेजी आदि पत्रिकाओं में छपवाया भी है  । इन्हे बायोडाटा में लगाकर ,इनके आधार पर नौकरी पाया है। अनिल कुमार राय ने महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा में प्रोफेसर पद के लिए जो बायोडाटा जमा किया था, उसके पेज 2 ( यूजीसी ने सांसद हर्षवर्धन और सांसद राजेन्द्र सिंह राणा के यहां इसके बायोडाटा का जो पुलिंदा भेजवाया है उसमें इस पेज के ऊपर कलम से 183 लिखा है) पर बीच में मोटे शब्दों में शीर्षक रिसर्च पेपर्स  लिखा है।इसके नीचे उन तमाम शोध पत्रों के नाम हैं जिसे अनिल कुमार राय ने लिखा व छपवाया है। जिसमें से उदाहरण के तौर पर पहले व दूसरे नम्बर पर ही दिये गये शोध पत्रों के, नकलकरके लिखे होने का प्रमाण यहां दिया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय चोर गुरू अनिल कुमार राय ने इन दोनों शोध पत्रों की शुरूआत ही किया है लेखक - केवल जे. कुमार की पुस्तक – मास कम्युनिकेशन इन इंडिया प्रकाशक – जैको पब्लिशिंग हाउस,मुंबई, से सामग्री हूबहू उतारकर । केवल जे. कुमार की यह पुस्तक कापीराइट अधिकार वाली है।
अनिल कुमार राय के बायोडाटा में दिये पहले शोध पत्र का शीर्षक है – परफारमेंस इवैलुएशन आफ लीडिंग टेलीविजन न्यूज चैनेल्स । जो कि वाराणसी से प्रकाशित जर्नल आफ कम्युनिकेशन स्टडीज के वाल्यूम 25 ,अंक 3,दिसम्बर 2007 में छपा है।
 यह शोध पत्र जर्नल आफ कम्युनिकेशन स्टडीज के पेज 46 से 52 पर यानी कुल 7 पेज में छपा है। चोरगुरू अनिल कुमार राय ने इसकी फोटो कापी वर्धा में प्रोफेसर पद के लिए दिये बायोडाटा के आवेदन में लगाया है , जो यूजीसी के मार्फत मिले इसके बायोडाटा के दस्तावेजों का पेज 194,195,196,197,198,199,200,201 ( यह पेज नम्बर कलम से ऊपर दायें कोने में लिखा गया है) है ।अनिल कुमार राय ने अपने इस शोध पत्र का शुरूआती पौने एक पेज (जर्नल आफ कम्युनिकेशन स्टडीज के पेज 46 का ) , केवल जे. कुमार की पुस्तक मास कम्युनिकेशन इन इंडिया  के पेज 222 व 223 से(केवल जे. कुमार की पुस्तक के अलग –अलग संस्करणों में यह पेज कुछ इधर –उधर हो सकता है)  सामग्री हूबहू उतारकर बनाया है। पेज 46 पर नकल की शुरूआत -इन इंडिया,द होटल इंडस्ट्री .....से किया है जो कि केवल जे. कुमार की पुस्तक के पेज 222 का पहला पैरा है और..... सब्सक्रिप्शन चैनेल्स तक हूबहू उतारा है , जो कि केवल जे.कुमार की पुस्तक के पेज 223 की  चौथी पंक्ति है। चोरगुरू ने रिफरेंस में इस पुस्तक का नाम नहीं दिया है। और देता भी तो इतनी सामग्री नकलचेपी करके,हूबहू उतारकर नहीं छाप सकता।
अनिल कुमार राय के बायोडाटा में दिये दूसरे शोध पत्र का शीर्षक है- इम्पैक्ट आफ मास मीडिया आन एक्स्ट्रा मैरिटल एफेयर्स। चोरीकरके लिखा गया यह तथाकथित शोध पत्र  एक ओपेन कन्टेंट नेटवर्क की साइट ,एसोसियेटेड कन्टेंट में छपा है। जिसपर कोई भी व्यक्ति किसी भी विषय पर किसी भी फारमेट में कन्टेंट सबमिट कर सकता है।इस तरह शोधपत्र छापने के लिए और उसको प्रमाण के तौर पर देकर नौकरी पाने के लिए इसका महत्व नहीं है। लेकिन शैक्षणिक कदाचारी अनिलकुमार राय ने खुद इसमें सबमिट किये या अपने ही जैसे शैक्षणिक कदाचारी चेले से कराये, चोरी के इस तथाकथित शोधपत्र के इसमें छपने की फोटोकापी अपने बायोडाटा में लगाया है। जो बायोडाटा में पेज 216 से 225 तक कुल 10 पेज है।इसमें पेज 217,218,219 की सामग्री , केवल जे.कुमार की पुस्तक से हूबहू उतारी गई है।
इस शोधपत्र की शुरूआती अढाई पेज सामग्री, केवल जे. कुमार की पुस्तक मास कम्युनिकेशन इन इंडिया  के सेक्शन – II ,शीर्षक द मास मीडिया : हिस्ट्री,प्रैक्टिसेज एंड वैल्यूज पेज 41,42,43,44 से बीच – बीच में कुछ पंक्ति छोड़कर बाकी हूबहू उतारकर बनाया है।इसकी शुरूआत किया है – इन इसेंस, द मास मीडिया.... से , जो केवल जे. कुमार की पुस्तक के पेज 41 की पहली पंक्ति है।यहां से लगायत लगातार दो पैरा की 18 पंक्ति , इंटरैक्टिव टेक्नालाजी , तक हूबहू उतार लिया है। चोर गुरू अनिल कुमार राय ने यह करके अपने शोध पत्र का पूरा एक पेज बना लिया है। केवल जे. कुमार की पुस्तक के पेज 42  का पैरा 1 के, ऐज जनरली, से लगायत 6 पंक्ति , एरिया आफ ए कंट्री , तक और पैरा 3 के , येट अनादर , से पेज 43 की पहली तीन पंक्ति , इवर- न्यू वेज , तक की सामग्री हूबहू उतारकर अपने शोध पत्र का पूरा दूसरा पेज बनाया है। केवल जे. कुमार की पुस्तक के पेज 43 के पैरा 2 के , माडर्न मास मीडिया , से तीन लाइन , कंट्री टूडेज , तक और पेज 44 का पहला पैरा, इन रूरल से, दूसरे पैरा के अंत तक , चौथे पैरा की शुरूआत , सिम्बालिक फंक्शन , से ,लिमिनल एक्सपीरियंस , तक की सामग्री हूबहू उतारकर , अपने शोध पत्र का तीसरा पेज बनाया है। चोरगुरू अनिल कुमार राय ने वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय , जौनपुर में लेक्चरर रहने के दौरान इस तरह के ज्यादेतर शैक्षणिक कदाचार,नकल करके पुस्तकें ,शोधपत्र लिखने ,मेजर रिसर्च प्रोजेक्ट में घोटाला करने आदि भ्रष्टाचार,धोखाधड़ी,फरेब,चारसौबीसी,चोरी का काम किया है। जिसकी शुरूआत वहां कुलपति रहे चोरगुरूओं के पितामह पातंजलि के सहयोग व संरक्षण में किया ।उसके बाद तो अन्य भ्रष्टाचारी कुलपतियों के सहयोग व संरक्षण में रायपुर व वर्धा में उसका भरपूर लाभ लेकर मालामाल हुआ है।और अपने ही जैसे शैक्षणिक कदाचारियों का लाभालाभी  रैकेट बना लिया है।  इसतरह अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय चोरगुरू ने यह सब धतकर्म,शैक्षणिक कदाचार ,फ्राड,धोखाधड़ी करने के बाद भी, पुलिस से कुलपति बने छिनाली फेम वाले विभूति नारायण राय (v.n.rai ips) के संरक्षण , सहयोग के चलते  प्रोफेसर ,डीन बना हुआ है। सूत्रों का कहना है कि भयंकर घोटालों के आरोपी ( कैग रिपोर्ट के मुताबिक ) विभूति नारायण राय अपने और अपने इस चहेते चोरगुरू को क्लीनचिट दिलाने के लिए जी-जान से जुटे हुए हैं। तरह-तरह के उपक्रम कर रहे हैं।



kval j. kumar ki book " mass communication in india" ka page 222,223 jisame se nakal karake anil kumar rai ne research paper "performance evaluation of leading television news channels" ka pahala page banaya hai, jo journal ka page 46 hai


यह खबर हिन्दी अखबार "लोकमत" ,लखनऊ,"राष्ट्रीय नवीन मेल",झारखंड,"स्वदेश" इंदौर में 27-08-2013 को छपी है