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24-08-13, 10.18a.m.
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चोरगुरू डा. अनिल कुमार राय का बायोडाटा,जिसमें
उसके नकल करके लिखी पुस्तकों के नाम हैं
-कृष्णमोहन
सिंह
नईदिल्ली।चोरगुरू
डा. अनिल कुमार राय (Dr.Anil Kumar Rai) उर्फ अनिल के. राय अंकित(ANIL K.RAI ANKIT) ने
महात्मागांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा में प्रोफसर पद के
लिए दिनांक 06-01-09 के अपने
हस्ताक्षरवाला कई सौ पृष्ठ का लम्बा-चौड़ा बायोडाटा जमा किया था ।उसने इस बायोडाटा में
उन सभी पुस्तकों का नाम पृष्ठ 183 पर BOOKS
AUTHORED शीर्षक में लिखा है। डा.
अनिल के. राय अंकित ने नकल करके जो शोध पत्र लिखा है, विदेश से जो तथाकथित खरीद
करके पुरस्कार व सदस्यता वाला प्रमाण लगाया है ,वह भी उसके बायोडाटा में है। इस
महाचोरगुरू के इस बायोडाटा का पृष्ठ 182
से 189 तक कुल 8 पृष्ठ तथा इसको बचाने वालों में से एक कुलसचिव कैलाश खामरे का 1
पृष्ठ का पत्र यानी कुल 9 पृष्ठ यहां दिया
जा रहा है। ताकि इसके आधार पर कोई भी , इस महाचोरगुरू को नियुक्त करके अबतक बचाते
रहनेवाले कुलपति विभूति नारायण राय (V.N.RAI IPS)और कुलसचिव कैलाश
खामरे को पत्र लिखकर , अनिल कुमार राय अंकित ने बायोडाटा में जिन पुस्तकों व शोध पत्र का लेखक होने का दावा
किया है उनकी सत्यापित फोटोकापी मांग सके। और उसको दिखाकर बता सके कि इस महाचोर
,शैक्षणिक कदाचारी ने कहां-कहां से , किन देशी -विदेशी विद्वानों की पुस्तकों ,शोध पत्रों आदि से सामग्री किस तरह से हूबहू उतारकर, कटपेस्ट करके अपने नाम से
पुस्तकें छपवाया ,इनके लेखक बना है । और वे पुस्तकें देश –विदेश में कहां –कहां कितने
मंहगे दाम पर बेची जा रही हैं। उसके आधार पर इस महाचोरगुरू ने किस तरह महात्मागांधी
अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा ( महाराष्ट्र) में प्रोफसर पद पर
नियुक्ति पाई है।