बदले में दैनिक भास्कर भी दैनिक जागरण के गढ़ में घुसेगा
-सत्ताचक्र-
उ.प्र. के कानपुर से शुरू हुआ नरेन्द्रमोहन बंधुओं का अखबार दैनिक जागरण उ.प्र.,उत्तराखंड बिहार ,झारखंड, आदि राज्यों के बाद अब मध्यप्रदेश में पांव फैलाने की तैयारी में जुट गया है। मध्यप्रदेश के भोपाल ,रीवा से जो दैनिक जागरण निकलता है उसके मालिको से कानपुरवालों की कट्टी हो गयी। सूत्रो के का कहना है कि भोपाल वाले अब अपना जन जागरण नाम से अखबार निकालेंगे। दैनिक जागरण की टाइटल म.प्र. में भी कानपुर वालो के पास रहेगी। कानपुरवालो ने म.प्र. के कई प्रमुख शहरो से एक साथ अखबार (दैनिक जागरण) निकालने की योजना बनाई है।अखबार जल्दी निकालना है इसलिए किसी अन्य अखबार के प्रिंटिंग प्रेस से छपाई कराने के लिए बात चल रही है। इसके लिए इस अखबार के मैनेजरों की म.प्र. के कई शहरो से निकलने वाले पीपुल्स ग्रुप से छपाई के लिए कई राउन्ड बात-चीत हुई है। इंदौर में दैनिक जागरण का अपना प्रेस है। भोपाल वालों के साथ भागीदारी में इंदौर में जो अखबार निकला था उसमें लगी छपाई मशीन कानपुर वालों के हिस्से में आ गई है। म.प्र.में कुलमिलाकर भास्कर नं-1 है। दूसरे नंबर पर नई दुनिया है। इन दोनो से दैनिक जागरण की कड़ी टक्कर होगी। नई दुनिया का झुकाव कांग्रेस की तरफ है। भास्कर का व्यवसाय के हिसाब से घालमेल है। ऐसे में भाजपा शासित राज्य म.प्र.,छत्तीसगढ़ में दैनिक जागरण के जल्दी छा जाने की संभावना है। दैनिक जागरण म.प्र. में भास्कर और नई दुनिया के गढ़ में घुसेगा तो उसके गढ़ उ.प्र. में भी भास्कर और नई दुनिया घुसेगें ही। कांग्रेस के कुछ आला नेता भी यह चाहते हैं। देखिए कब उ.प्र. में ये दोनो अखबार जाते हैं। यह होने पर लाइजनर एडवर्टाइजमेंट मैनेजर एडिटरो की डिमांड एक बार और बढ़ जायेगी।