उसकी थानेदारी का जबाब देने संपादक एस.एन.विनोद ने भी किया वर्धा कूच
-सत्ताचक्र-
सूत्रो के मुताबिक पुलिस से कुलपति बने विभूति नारायण राय ने "दैनिक 1857" के म.गां.अं.हि.वि.वि.वर्धा संवाददाता प्रफुल्ल शुक्ला और प्रताप सिंह कुशवाहा को आज सुबह दरबानों से जबरिया बुलवाकर गाली दिया, मारने के लिए लाठी उठा लिया,चोरी के आरोप में बंद कराने की धमकी दी,संवाददाताओं पर वि.वि परिसर में चोरी करने आदि का केस दर्ज कराने के लिए पुलिस बुला लिया।इसकी सूचना मिलने पर अखबार के मालिक व संपादक एस.एन.विनोद ,पुलिसिया कुलपति के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए नागपुर से वर्धा के लिए निकल गये हैं। उधर वर्धा में भी पत्रकार पुलिसिया कुलपति के इस हरकत से नाराज होकर घटना स्थल पर पहुंचने लगे हैं।
नागपुर से निकलने वाले हिन्दी “दैनिक 1857” ने महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा के भ्रष्टाचार के आरोपो और पुलिसिया कुलपति विभूति नारायण ( VIBHUTI NARAYAN RAI / V.N. RAI ) व उनके चहेतो के तथाकथित अनैतिक, शैक्षणिक कदाचार के आरोपो को लगातार छापना शुरू किया है। आज दिनांक 10-04-10 को भी अंतिम पेज पर लीड स्टोरी छपी है। जिसका शीर्षक है- मंत्रालय ने वि.वि. से मांगा जबाब , वि.वि. में पदों की कथित नीलामी का मामला ..।जिसमें वि.वि. के विजिटर / राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के प्रेस अफसर के हवाले से खबर छपी है कि म.गां.अं.हि.वि.वि.,वर्धा में पदो की नीलामी आदि के आरोपो के बारे में शिकायती पत्र मिले थे। जिसपर आगे की कार्रवाई के लिए केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय में भेज दिया गया है।.....
अखबार के दो संवाददाता प्रफुल्ल शुक्ला और प्रताप सिंह कुशवाहा आज सवेरे वि.वि. परिसर में प्रोफेसरो के यहां अपना अखबार "दैनिक 1857 " बंटवाने गये थे। उस समय वि.वि. के दरबान आये और दोनो से कहे कि चलिए कुलपति (विभूति नारायण राय) बुला रहे हैं। दोनो संवाददाता ने कहा कि अभी काम कर रहे हैं , काम खत्म करके आते हैं। इस पर दरबानो ने दोनो को जबरिया पकड़कर कुलपति के पास ले गये। सूत्रो का कहना है कि कुलपति ने इन दोनो संवाददाताओ को गाली दिया, उनको मारने के लिए लाठी उठाया , और वि.वि. में चोरी करने का इल्जाम लगाकर बंद करवाने की धमकी दी। उसके बाद पुलिस को फोन किया। इसकी सूचना मिलने पर अखबार के संपादक एस.एन.विनोद ने वर्धा के एस.पी. को फोन किया और संवाददाता का भी बयान लेकर कुलपति विभूति नारायण राय के खिलाफ केस दर्ज करने को कहा।इसके बाद एस.एन.विनोद को सूचना मिली की विभूति नारायण राय ने फोन करके पुलिस बुला लिया है । यह सूचना मिलते ही एस.एन. विनोद नागपुर से वर्धा के लिए निकल पड़े । ताकि पुलिसिया कुलपति के कारनामो की जानकारी लेकर आगे की कार्रवाई कर सकें।