-सत्ताचक्र-
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय , वाराणसी, आई.आई.टी के अगले निदेशक प्रो. के. पी. सिंह होंगे। वह प्रो. उपाध्याय से 1 फरवरी2010 को कार्यभार लेंगे। इसके लिए बीते दिनो हुई बैठक में डा. चूड़ामणि ने इनके नाम का प्रस्ताव किया । जिस पर बहुमत से इनका नाम ओ.के. हो गया। सूत्रो के मुताबिक आई.आई.टी के वर्तमान निदेशक उपाध्याय ने एक टर्म और पाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था। लेकिन बात बनी नहीं। एक सज्जन और रेस में थे। का.हि.वि.वि. के इलेक्ट्रानिक्स विभाग में प्रो. के.पी. सिंह, पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के कुलपति रह चुके हैं। वहां कुलपति रहने के दौरान उनकी जान-पहचान उस विश्वविद्यालय में हर साल लगभग पौने एक करोड़ रूपये की पुस्तकों की सप्लाई करने वाली इंडिका कम्पनी के चर्चित मालिक प्रशांत जैन से हुई। प्रशांत जैन परिवार उस श्री पब्लिकेशन और यूनिवर्सिटी पब्लिकेशन का भी मालिक है जो देशी-विदेशी पुस्तकों से सामग्री हूबहू उतारकर अपने नाम छपवाने वाले प्रोफेसरो, रीडरों, लेक्चररों की पुस्तकें छापने के लिए और उनके सहयोग से विश्वविद्यालयों आदि में सप्लाई करने के लिए मशहूर है। उनके यहां हुई शादी में उनके आमंत्रण पर तमाम सुनामधन्य शिक्षक व कर्मचारी लोग संबंध निभाने दिल्ली गये थे । का.हि.वि.वि. में चर्चा है कि अब प्रशांत जैन और उसके प्रतिनिधियों के BHU – IIT में आने – जाने पर निगाह रखनी होगी।